प्रायः देखा गया है कि बिना वास्तु शास्त्र के ज्ञान के बनने वाले घरों में वास्तु दोष आ ही जाते हैं | घर में वास्तु दोषों के निराकरण हेतु तोड़-फोड़ से भवन के स्वामी को आर्थिक हानि तो होती ही है, साथ ही कीमती समय भी जाया होता है । जानिये कि भवन को नुकसान पहुंचाए बिना वास्तु दोषों का निवारण करने के सरल उपाय क्या हो सकते हैं ?

भवन की पूर्व दिशा का भाग यदि अन्य दिशाओं की अपेक्षा ऊंचा है तो वास्तु दोष बनता है | उपाय : इस दोष निवारण के लिए भवन में टी.वी. का ऐन्टीना नैरत्य कोण में लगा लें, जिसकी ऊंचाई भवन के पूर्वी एवं उत्तरी भाग की दीवारों से अधिक हो, ऐन्टीना के स्थान पर लोहे का एक पाइप या झंडा भी लगाया जा सकता है। भवन के दक्षिणी-पश्चिमी भाग में ठोस वस्तुएं एवं उत्तरी-पूर्वी भाग में हलकी या पोली वस्तुएं रख देनी चाहिए।

भवन में यदि पूर्वी-उत्तरी भाग में बिना कोई रिक्त स्थान छोड़े घर का निर्माण हो गया है तो ? उपाय : दूसरी मंजिल का निर्माण कराते समय उत्तरी एवं पूर्वी भाग को खाली छोड़ दें और जब तक निर्माण कार्य नहीं होता, तब तक के लिए पूर्वी एवं उत्तरी भाग का हिस्सा बिना सामान के खाली छोड़ दें।

यदि भवन का मुखय द्वार आग्नेय कों में हो तो? उपाय : मुखय दरबाजे पर गहरे लाल रंग का पेन्ट करने तथा दरबाजे पर लाल रंग के पर्दे लगाने से इस दोष का निवारण हो जाता है। दरवाजे पर बाहर की ओर सूर्य का चित्र लगा दें। पूर्व तथा आग्नेय कोण में स्थित दरवाजे को यथासंभव बंद रखें।

ईशान कोण में मुख वाले भूखंड की उत्तरी दिशा में यदि ऊंची इमारत या भवन हो तो? उपाय : उत्तर-दिशा वाली ऊंची इमारत और भवन के बीच एक मार्ग बना देना चाहिए अर्थात् मार्ग के लिए खाली जगह छोड़ दें। इससे ऊंची इमारत के कारण जो वेध उत्पन्न हो रहा है, उसके एवं भूखंड के बीच मार्ग बन जाने से वास्तु दोष या वेध दोष का निवारण स्वतः ही हो जाएगा।

ईशान कोण में मुख वाले भूखंड पर पूर्व व उत्तर दिशा की चार दीवारी से सटाकर एवं पश्चिम व दक्षिण दीवार से हटकर भवन होने पर? उपाय : पूर्व या उत्तर दिशा के लिए निर्माण का कम से कम प्रयोग करें और इस भाग को हमेशा साफ एवं शुद्ध रखें। इसके साथ ही भूखंड के नैरत्य कोण में अनुपयोगी एवं भारी वस्तुओं का ढेर बनाकर रखें।

यदि ईशान कोण में कूड़ा-कचरा आदि का ढेर हो तो? उपाय : इसका सबसे सरल उपाय है कि ईशान कोण पर लगे ढेर को साफ करवाकर उस स्थान को स्वच्छ एवं पवित्र रखें।

यदि ईशान कोण में रसोई घर हो ?उपाय : इस स्थिति में रसोई घर के अंदर गैस चूल्हे को आग्नेय कोण में रख दें और रसोई के ईशान कोण में जल भरकर रखें।

ईशान कोण में शौचालय हो तो? उपाय : इस स्थिति में शौचालय का प्रयोग बंद कर दें अथवा शौचालय की बाहरी दीवार पर एक बड़ा आदमकद शीशा लगा दें। शौचालय की दीवार पर शिकार करता हुआ शेर का चित्र भी लगाया जा सकता है या फिर शौचालय के बाहर ऐसे मिट्टी के पात्र जिन पर कटावदार आलेखन आदि निर्मित हों, को रखा जा सकता है। क्योंकि ईशान कोण में शौचालय होना अत्यंत अशुभ फलदायक है।